29 इन बातों के बाद यहोवा परमेसुर कौ दास, नून कौ मोंड़ा यहोशू एक सौ दस साल कौ होकें मर गओ।
यूसुफ अपने बाप के घराने समेंत मिस्र में रओ, और यूसुफ एक सौ दस साल लौ जियत रओ।
ई तरहां यूसुफ एक सौ दस साल कौ होकें मर गओ; और ऊकी लास में खुसबूवारे लेप करे गए, और ऊकी लास हों मिस्र में एक बक्सा में रखो गओ।
तब यहोशू ने मान्सन हों अपने-अपने निजी हींसा पै जाबे के लाने बिदा करो।
ऊहों तिम्नत-सेरह में, जौन एप्रैम के पहड़िया देस में गाश नाओं पहड़वा के उत्तरी छोर में आय, ओई के हींसा में माटी दई गई।
मैंने सरग से ऐसो शब्द सुनो, कि लिख; जो मान्स पिरभू में मरत आंय, बे अब से धन्न आंय, आत्मा ने सोई कई कि जौन मेहनत से काम उन ने करो आय उन हां इनाम मिल है, और बे आराम कर हैं।