इन नगरों के पसु और इनकी पूरी लूट हों इस्राएलियन ने अपनौ कर लओ; परन्त मान्सन हों उनोंरन नें तलवार सें मार डालो, इतै लौ उनकौ सत्यानास कर डालो कि एकऊ प्रानी जियत नईं छोड़ो गओ।
फिन मैंने तुमहों एैसो देस दओ जीमें तुमने मेहनत नें करी हती, और एैसे नगर भी दए आंय जिनहों तुमने नें बसाओ हतो, और तुम उनमें बसे आव; और जिन दाख और जैतून के बगीचों के फल तुम खात आव उनहों तुमने नें लगाओ हतो।’