7 तब मल्लाहों ने आपस में कई, “आओ, हम चिठिया डालकें जान लेबें कि जा बिपदा हम पै कौन बात सें पड़ी आय।” तब उनोंरन ने चिठिया डारी और चिठिया योना के नाओं पै कड़ी।
राजा क्षयर्ष के बारवें साल के नीसान नाओं पैले मईना में, हामान ने अदार नाओं बारवें मईना लौ के एक एक दिना और एक एक मईना के लाने “पूर” मतलब चिठिया अपने सामूं डलवाईं।
सो जब लौ पिरभु न आबै, बेरा से पेंला कोऊ बात कौ न्याय न करो: ओई तो अंधयारे की लुकी बातें उजारे में दिखा है, और हियों के सोचों हां उजागर कर है, तब परमेसुर कुदाऊं से सबरन की बड़वाई हुईये।