फिन जौ बड़ो नगर नीनवे, जीमें एक लाख बीस हजार सें जादा मान्सन आंय जो अपने दायने और बांए हाथ कौ भेद लौ नईं पैचानत और बिलात पसु सोई ऊमें रैत आंय, तौ का मैं ऊपै तरस नें खाओं?”
न्याव के दिना, नीनवे के लोग ई पीढ़ी के लोगन के संग्गै उठके उन हां पापी कै हैं, कायसे उन ने यूनुस कौ प्रचार सुनके, मन फिराओ और तको, इते बो आय जौन यूनुस से भी बढ़के आय।
तको, जौन मजूरन ने तुमाए खेत काटे, उन की बा मजूरी तुम ने बेईमानी से धर लई आय बा चिल्या रई आय, और कटईयन की बिनती, सेनाओं के यहोवा परमेसुर के कान लौ पोंच गई आय।