ई लाने यहोवा परमेसुर ने जाति-जाति के बड़े-बड़े पानूं के जन्तुओं हों, और उन सभई जियत प्रानियों हों सोई रचो जो चलत-फिरत आंय जिनसें पानूं बेजा भर गओ, और एक-एक जाति के उड़बेवारे पक्छियों हों भी रचो: तब यहोवा परमेसुर ने हेरो कि नोंनो आय।
तब यहोवा परमेसुर ने एक अरंड़ी कौ पेड़ उगाकें एैसो बड़ो करो कि योना की मूंड़ पै छांयरी होबै, जीसें ऊको दुख दूर हो सके। योना ऊ अरंड़ी के पेड़ सें भौतई खुस भओ।