5 जब लौ मैं आंव, मैं जगत की ज्योत आंव।
जौन मान्स अन्धयारे में बैठे हते उन ने बड़ो उजेरो तको; और जो मृत्यु के देश और छांव में बैठे हते, उन पे एक उजयारो चमको।
तुम जगत की ज्योत आव; पहरवा पे बसो नगर छुप नईं सकत।
कि बो दूसरी जात वारन हां उजारो दैबे हां ज्योत, और तोरे निज मान्स इस्राएल कौ जस होबे।
मैं ज्योत आंव, और जगत में आओ हों कि जो कोऊ मोय में भरोसाधरै, बो अन्धयारे में न रए।
यीशु ने फिन लोगन से कई, जगत की ज्योत मैं आंव; जौन मोरे पाछें चल है, बो अन्धयारे में नईं निंग है, परन्त जीवन की ज्योत पा है।
कायसे प्रभु ने हम हां जौ हुकम दओ आय; मैंने तोय गैर यहूदियन के लाने ज्योत ठहराई आय; कि तें धरती के छोर लौ उद्धार कौ काज आय।
कि तें उन की आंखन हां खोले, जीसे की बे अंधयारे से उजयारे की कोद, और शैतान के राज्य से परमेसुर की कोद फिरें; जीसे की बे पापन की क्षिमा, और उन लोगन के संग्गै पदवी पाबें, जौन मोय पे भरोसा करबे के द्वारा पवित्र भए आंय।
यानि मसीह हां दुख उठाने पड़ है, और ओई मरे भयन में से जी जाबे वालन में पैलो होकें, यहूदी परजा और गैर यहूदियन दोई हां ज्योत कौ सन्देसो दै है।
ईसे बे कैत आंय, कि सोबेवारे जागो और मरे भय में से जी उठौ; तो मसीह की जोत तुम पै चमक है।
और ऊ नगर में सूरज और चन्दा के उजयारे की जरुरत नईंयां, कायसे परमेसुर के तेज से उते उजयारो हतो, और मेमना उते की ज्योत हतो।