31 हम जानत आंय कि परमेसुर पापियन की नईं सुनत पर कोऊ परमेसुर कौ भक्त होबै, और ऊ की मनसा पर चलत आय, तो बो ऊ की सुनत आय।
एैसो भओ कि जब यहोवा परमेसुर ने ऊ तराई के नगरों हों, जिनमें लूत रैत हतो, उलट-पुलटकें नास करो, तब ऊने अब्राहम हों याद करकें लूत हों ऊ घटना सें बचा लओ।
ई लाने अब ऊ मान्स की बईयर हों ऊहों लौटा दे; कायसे ऊ नबी आय, और तोरे लाने बिन्तवाई करहै, और तें जियत रैहै; परन्त जदि तें ऊहों नें लौटाहै तौ जान लईयो कि तें और तोरे जितेक मान्सन आंय, सबरे पक्कौ जानौ मर जैहें।”
और अब भी मैं जानत आंव, कि तें परमेसुर से जो कछु मांग है, परमेसुर तोय दै है।
तुम ने मोय नईं चुनो, परन्त मैंने तुम हां चुनो है और तुम हां बताओ, कि तुम फल लाओ; और तुमाओ फल बनो रए, कि तुम मोरे नाओं से जो कछु बाप से मांगो, बो तुम हां देबे।
यीशु ने उन से कई, मोरी रोटी जा आय कि अपने पठैबेवाले की मन की बात पूरी करों और ऊ को काज पूरो करों।
जदि कोऊ मान्स ऊ की मनसा पूरी करबे हां तईयार आय, तो बो ई सीख सें जान जै है, कि जे परमेसुर की कोद से आय, या मैं अपनी कोद से कैत आंव।
ऊ मान्स ने उन से जा कई; अरे जा तो बड़ी अचरज की बात आय कि तुम नईं जानत कि बो किते कौ आय, फिन भी ऊ ने मोरी आंखें खोल दईं।
पुराने दिना से जौ कभऊं सुनबे में नईं आओ, कि कोऊ ने जन्म के अन्धरा की आंखें खोली होबें।
तब पिरभू यीशु मसीह ने कहो, कि मैं इ धरती पै आ गओ आंव, (धर्म पोथी में मोरे काजें ऐसो लिखो आय) कि परमेसुर तुमाई मरजी पूरी करें।