10 तौ बे ऊसे पूछन लगे, तोरी आंखें कैसे खुल गईं?
और रात में सो जाबै, और दिन होत जगै और ऊ बीज ऐसे जमै और बढ़ै कि ऊ न जान पाए।
नीकुदेमुस ने जवाब देत भय ऊसे कई; जौ सब कैसे हो सकत आय?
इन बातन के पाछें यीशु गलील की झील तिबिरियास के ऊ पार चलो गओ।
ऊ ने उन से कई, यीशु नाओं के जन ने माटी सानी, और मोरी आंखन पे लगाई और मोसे कई, शीलोह में जाके धो ले; ई लाने मैंने जाके धोओ और मैं हेरन लगो।
फिन फरीसियन ने ऊसे पूंछी; कि तें कैसे हेरन लगो? और ऊ ने उन से कई; ऊ ने मोरी आंखन पे माटी लगाई, और मैंने धोओ, और अब मैं हेरत आंव।
पर अब बो कैसे हेरन लगो; हम नईं जानत, कीने ऊ की आंखें खोलीं; ओई से पूंछो; बो सियानो आय और बो अपने बारे में खुद बता दै है।
उन ने ऊसे पूंछी, ऊ ने तोरे संग्गै का करो? तोरी आंखें ऊ ने कैसे खोलीं?
दूसरे कैन लगे, जौ ओई आय: कछु लोग ने कई, नईं; पर जौ ऊके घांई आय: बो कहत रओ मैं ओई आंव।
अब कोई जौ कै है, कि मरे भए कौन भांत से जी उठत आंय, और कौन तरहां की देयां संग्गै आत आंय?