कायसे इन लोगन कौ मन कठोर हो गओ आय, और बे अपने कानों से ऊं चो सुनत आंय और उन ने अपनी आंखन हां मूंद लओ आय; कहूं ऐसो न होए कि बे अपनी आंखन से हेरें, और कान से सुनबें और मन से समझें, और फिर जाबें, और मैं उन हां साजो कर हों।
परन्त सारीरिक मान्स परमेसुर की आत्मा की बातें नईं अपनात, कायसे बे बातें ऊ की समझ सें मूरखता की बातें आंय, और बो उन हां समज नईं सकत कायसे उनकी परख आत्मिक रूप से होत आय।
बड़े बूढ़े जनो, मैं तुम हां ईसे लिखत आंव, कि जौन संसार में पेंला से हते तुम उन हां जानत आव, जुआनो, मैंने तुम हां ईसे लिखो आय, कि तुम बली बनो, और परमेसुर कौ बचन तुम में बनो रैत आय, कायसे तुम ऊ दुष्ट छलिया से जीते आव।