फिन पैले दिना सें आखरी दिना लौ एज्रा ने रोज यहोवा परमेसुर की ब्यवस्था की पोथी में सें बांच बांचकें सुनाओ। और ई तरहां सें बे सात दिना लौ त्योहार मनात रए, और आठवें दिना नैम के अनसार महासभा भई।
पर जो कोनऊं ऊ पानू में से पी है, जौन मैं ऊहां दै हों, बौ कभऊं प्यासो नईं हुईये, कायसे बो पानू ऐसो दैहों, ऊ में सदा लौ जीबे के लाने उमड़बे वालो पानू कौ सोता बन जै है।
तब यीशु ने मन्दर में सीख देत भय जोर देके कई, तुम मोय जानत आव और जौ भी जानत हों, कि मैं किते कौआंव: मैं अपने से नईं आओ परन्त जीने मोय पठैव बो सांचो आय, जीहां तुम नईं चीनत।