हे लड़को, मैं और तनक देर तुमाए संग्गै आंव, फिन तुम मोय ढूंढ़ हौ, और जैसो मैंने यहूदियन से कई, तुम से सोई कैत आंव, कि जिते मैं जाबेवालो आंव, उतै तुम नईं आ पा हौ।
परन्त सारीरिक मान्स परमेसुर की आत्मा की बातें नईं अपनात, कायसे बे बातें ऊ की समझ सें मूरखता की बातें आंय, और बो उन हां समज नईं सकत कायसे उनकी परख आत्मिक रूप से होत आय।