34 तुम मोय ढूंढ़ हौ, पर नईं पाहौ और जिते कौ मैं आंव, उते तुम नईं जा सकत।
कायसे मैं तुम से कहत आंव, कि अब से जब तक तुम न कै हौ, कि धन्य आय बो, जो प्रभु के नाओं से आत आय, तब लौ तुम मोय फिन कभऊं न हेर हौ।
और अगर मैं जाके तुमाए लाने जांगह तईयार कर हों, तो फिन आके तुम हां अपने इते लै जैहों, कि जिते मैं रओं उतईं तुम भी रओ।
यीशु ने ऊसे कई, गैल, सत्य और जीवन मैं ही आंव; बिना मोरे कोऊ बाप के ऐंगर नईं जा पा है।
हे बाप, मोरी चाहना आय कि जिन हां तेंने मोय दओ आय, जिते मैं आंव, उते सोई मोरे संग्गै रएं कि बे मोरी ऊ महिमा हों तक सकें, जीहां तेंने मोय दई आय, कायसे तेंने संसार के जन्म से पेंला मोय से प्रेम करो।
जा कैसी बात आय जौन ऊ ने कई, तुम मोय ढूंढ़ हौ और न पाहौ, और जिते कौ मैं आंव, उते तुम नईं आ सकत?