7 फिलिप्पुस ने ऊसे कई, दो सौ दीनार की रोटियां भी उन के लाने पूरी न हुईयें कि हर एक को तनक तनक मिले।
पर जब बो चाकर बायरें कड़ो, तो ऊके संगी चाकरन में से एक ऊहां मिलो, जौन ऊको सौ दीनार कौ कर्जदार हतो; ऊने ऊहां पकड़ो और ऊकौ गला दबा के कई; मोरो करजा चुका दे।
ऊ ने उने उत्तर दओ; कि तुमईं उने खाबे के लाने देओ: उन ने ऊसे कओ; का हम सौ दीनार की रोटियां मोल लेबें और उने खवाबें?
दूसरे दिना यीशु ने गलील हां जाबे की ठानी; और फिलिप्पुस हां पाके ऊसे कई, मोरे पाछें चले आ।
फिलिप्पुस तो अन्द्रियास और पतरस के नगर बैतसैदा कौ हतो।
फिलिप्पुस ने नतनएल हां पाके ऊसे कई, जीके बारे में मूसा ने रीतियन में और अगमवकतन ने सोऊ लिखो आय, बो हम हां मिल गओ आय; बौ यूसुफ कौ पूत यीशु नासरी आय।
नतनएल ने ऊसे कई, भला नासरत से भी कोई उमदा बसत कड़ सकत आय? फिलिप्पुस ने ऊसे कई, आके तक ले।
नतनएल ने ऊसे कई, तें मोय कैसे जानत आय? यीशु ने ऊसे कई; ईसे पेंला कि फिलिप्पुस ने तोय टेरो, जब तें अंजीर के पेड़ तरें हतो, मैंने तोय तको हतो।
ई इतर हां तीन सौ दीनार में बेंच के कंगालन हां काय नईं दे दओ गओ?