तुम ने तो ऊहां नईं चीनो, परन्त मैं ऊहां चीनत आंव; अगर मैं कहों कि मैं ऊहां नईं चीनत, तो मैं तुमाए घांई झूठो ठहर हों: परन्त मैं ऊहां चीनत और ऊके बचन को मानत आंव।
परन्त परमेसुर की बातें जीमें नीं जैसी बैठ गई आंय, उन पै ऐसी छाप लगी आय कि परमेसुर उन हां चीनत आंय; जो कोनऊं परमेसुर को नाओं जपत आय, बो अधरम से बचो रै है।