सो हम परमेसुर को धन्न मानत आंय; कि जब परमेसुर की बातें तुम ने सुनीं, तो तुम ने ऊहां मान्सन की नईं, परन्त परमेसुर की बातें लेखी (जा सांची आय) और अब तुमाए जीवन में दिखात आय।
कायसे परमेसुर के बचन जीयत, और बली आंय, जैसी दोई तरपेवारी तलवार, उनके बचन से आत्मा और जीव, और एक एक गांठ हां तोड़त आय, जब लौ हिये में का आय जौ न जान लैबे।
ई लाने कि मसीह ने सोई, जाने कि अधरमी जन के लाने धरमी ने पापन के काजें एक बेर पीड़ा भोगी, जीसे हम हां परमेसुर के ऐंगर पोंचाबें: बो देयां के लेखे से मार डालो गओ, पर आत्मा के लेखे से जिलाओ गओ।
और ओई पानू की कनौत सोई, जाने कि बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठबे से, अब तुम हां बचात आय; (ऊसे देयां कौ मैल हटाबे को मतलब नईंयां, पर सुद्ध विवेक से परमेसुर के बस में हो जाबे कौ मतलब आय)।