तुम हां सबरी बातें एक बेर बताई आंय, परन्त फिन के बताओ चाहत आंव, कि परमेसुर ने एक बिरादरी के लोगन हां मिश्र देस से छुड़ाओ, परन्त जिन ने उनकी नईं मानी उन हां मार डालो।
जीके कान होबें, बो सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय; जौन इन बातन हां मान है, ऊहां मैं गुप्त मन्ना में से दै हों; और ऊहां एक सफेद पथरा सोई दै हों, और ऊ पथरा पै एक नाओं लिखो हुईये, जीहां केवल बे जान हैं जीहां बो मिल है।