32 यीशु ने उन से कई, मैं तुम से सांची सांची कहत आंव की मूसा ने तुम हां सरग से बा रोटी नईं दई, पर मोरो बाप आय जौन सरग से तुम हां सच्ची रोटी देत आय।
बो सांची ज्योत जौन हरएक मान्स हां उजयारो करत आय, जगत में आबेवारी हती।
सच्ची दाख की बेल मैं आंव; और मोरो बाप किसान आय।
हमाए पुरखन ने डांग में मन्ना खाओ; जैसो लिखो आय; ऊ ने उन हां खाबे के लाने स्वरग से रोटी दई।
कायसे परमेसुर की रोटी बा आय, जौन सरग से उतरत आय और संसार को जीवन देत आय।
यीशु ने उन से कई, जीवन की रोटी मैं आंव, जौन मोरे ऐंगर आत आय कभऊं भूखो न हुईये और जौन मोय पे भरोसा करत आय, कभऊं प्यासो न हुईये।
ई लाने यहूदी ऊ पे कुड़कुड़ान लगे, कायसे ऊ ने कई; जो रोटी सरग से उतरी आय, बो मैं आंव।
जा ओई रोटी आय जौन सरग से उतरत आय, कि जो कोऊ ऊ में से खाए बो न मर है।
मोरो मांस तो सांची रोटी आय और मोरो खून सांची पीबे की चीज आय।
जो रोटी सरग से उतरी बा जाई आय, पुरखन जैसीनईं कि खाई और मर गए। ई रोटी हां जो खै है बो सदा लौ जीयत रै है।
अकेले जब समय पूरो भओ, तो परमेसुर ने अपने पुत्र हां पठैओ, जो स्त्री से जन्मो, और नैम के आधीन भओ।
कायसे हम हां पता आय, कि परमेसुर के बेटा ई धरती पै आ गए आंय, और उन ने हम हां ऐसी सीख दई आय, कि हम उन सांचे जनें को चीनें, और उनईं के संग्गै बने रैबें; बे सांचे परमेसुर आंय और उन में होकें बैकुण्ड वास मिलत आय।