20 परन्त ऊ ने उन से कई, डराओ नईं; मैं आंव।
ऊ ने उन से कओ, चकित न होओ, तुम यीशु नासरी हां, जौन क्रूस पै चढ़ाओ गओ हतो, ढूंढ़त आव: ऊ जिन्दा हो गओ आय; इतै नईंयां; तको, जा ओई जांगा आए, जहां पै उन ने ऊहां रखो हतो।
पै ऊ ने तुरतईं उनसे बातें करीं और कओ; ढाढ़स बांधो: मैं आओं, डरौ नें।
जब बे पांच छ: किलो मीटर लौ नाव खेत चले गय, तो उन ने यीशु हां झील पे निंगत, और नाव के ऐंगर आत भओ तको, और बे डरा गए।
बे ऊहां नाव पे चढ़ाबे के लाने तईयार भए और तुरतईं नाव ऊ जांगह पे जा टिकी, जिते बे जा रए हते।