7 बीमार ने ऊसे कई, हे प्रभु, मोरे लौ कोऊ मान्स नईंयां, जौन मोय पानू के हिलतई कुण्ड में उतारे, जब मैं उतरबे हां होत आंव तो दूसरो मोय से पेंला उतर जात आय।
(बे पानू के हिलबे की बाट हेरत हते, कायसे प्रभु के सरगदूत, कोई खास बेरा पे कुण्ड में उतर के पानू हां हिलात हते, पानू के हिलतई जौन भी पेंला उतर जात हतो, बो चाए कोई सी बीमारी से बीमार काय न होबै, साजो हो जात हतो।)