5 उतईं एक मान्स हतो, जौन अड़तीस बरस से बीमार हतो।
ऊ ने ऊके बाप से पूछो; ईकी जा हालत कब से आय?
तो का जौ सई न हतो, कि जा बईयर जौन इब्राहीम की बेटी आय जीहां छलिया शैतान ने अठारह बरस से बान्ध रखो हतो, सब्त के दिना ई बन्धन से छुड़ाई जाती?
और एक बईयर जीहां बारह बरस से रकत बहवे कौ रोग हतो, और बो अपनी सबरी कमाई बैद्यों के पांछू लगा चुकी हती, पर कौनऊं के हाथ से साजी न हो पाई हती।
ईके पाछें यीशु ने ऊहां मन्दर में मिलके ऊसे कई, हेर, तें साजो हो गओ आय; फिन कभऊं पाप नईं करियो, ऐसो न होय कि ईसे भी कोऊ भारी जोखम तोपे आ पड़े।
(बे पानू के हिलबे की बाट हेरत हते, कायसे प्रभु के सरगदूत, कोई खास बेरा पे कुण्ड में उतर के पानू हां हिलात हते, पानू के हिलतई जौन भी पेंला उतर जात हतो, बो चाए कोई सी बीमारी से बीमार काय न होबै, साजो हो जात हतो।)
जब यीशु ने ऊहां उते पड़ो भओ हेरो और जानो, कि बो उते ऊ दसा में बिलात दिना से पड़ो आय, तो ऊसे पूंछी, का तें साजो होबो चाहत आय?
फिन जात भय यीशु ने एक मान्स हां देखो, जौन जन्म से अन्धरो हतो।
पर अब बो कैसे हेरन लगो; हम नईं जानत, कीने ऊ की आंखें खोलीं; ओई से पूंछो; बो सियानो आय और बो अपने बारे में खुद बता दै है।
लुस्त्रा में एक मान्स बैठो हतो, जीके गोड़े कमजोर हते: बो जन्म से ही लंगड़ा हतो, और कभऊं नईं निंगो हतो।
और मान्स एक जन्म के लंगड़ा हां ला रए हते, जीहां बे रोजीना मन्दर के ऊ दोरे पे जौन सुन्दर कहात आय, बैठा देत हते, कि ऊ मन्दर में जाबेवारन से भीख मांगे।
ऊ मान्स, जौन साजो भओ हतो जी पे जा बात घटी हती, चालीस बरस से अधिक उमर कौ हतो।
उते ऊ ए एनियास नाओं कौ एक लकवे कौ रूगिया मान्स मिलो, जौन आठ बरस से खाट पे पड़ो हतो।