हे यरूशलेम, हे यरूशलेम; तें जो आगमवकतन हां मार डारत आय, और जौन तोरे ऐंगर पठैय गए, उन कौ पत्थरवाह करत आय, मैं ने कितेक बेर चाहो कि जैसे मुर्गी अपने बच्चन हां अपने पंखन तरें इकट्ठो कर लेत आय, वैसई मैं भी तोरे बच्चन हां इकट्ठो करों, पर तुम ने न चाहो।
ऊ रोटी के लाने मेहनत नईं करो जौन नास हो जात आय, परन्त ऊ रोटी के लाने जौन अनन्त जीवन लौ बनी रहत आय, जीहां मान्स कौ पूत तुम हां दै है, कायसे बाप यानि परमेसुर ने ओई पे अपनी छाप लगाई आय।