मैं तुम से सांची कहत आंव, कि नारियन में से जन्म लेबेवारन में, यूहन्ना बपतिस्मा देबेवारे से बड़ो कोऊ भी नईं भओ; फिन भी जौन सरग के राज्य मैं हल्के से हल्को आय बो ऊसे बड़ो आय।
हमाए ऐंगर आगमवकतन कौ जौन बचन आय, बो ई घटना से पक्को ठैरो, तुम जौ साजो करत आव और जौ समज के ऊ पे ध्यान करत आव, कि जौ एक दीया आय जौन अन्धयारी जांगा में ऊ टैम लौ जोत देत रैत आय, जब लौ भुन्सारो न हो जाबै और भुन्सारे कौ तारा तुमाए हियन में न चमक उठे।