परन्त जब जब बे आराम सें रैत हते, तब तब बे फिन तोरे सामूं बुराई करत हते, ई कारन तें उनहों दुस्मनों के हाथ में कर देत हतो, और बे उनपै राज करन लगत हते; फिन भी जब बे तोरे कुदाऊं फिरकें तोय पुकारत हते, तब तें सरग सें उनकी सुनत और तें जो दयालु आय, ई लाने बार बार उनहों छुड़ात,
तब बो जाके अपने से बिलात बुरई सात आत्मन हां अपने संग्गै ले आत आय, और ब ऊ में पिड़के उते रहन लगत आंय, और ऊ मान्स की दसा पेंलई से बुरई हो जात आय; ई बुरई पीढ़ी के लोगन के संग्गै भी ऐसई हुईये।
दूसरी जातन की मन्सा के अनसार काम करबे, और लुच्चपन की बुरई अभलाखाओं, मतवालोपन, लीला-क्रीड़ा, पिय्यकड़पन, और घिनौनी मूरती पूजा में तुम ने पैले टैम खो दओ, बो बिलात भओ।