6 कायसे जौन सरीर से जन्मो आय, बो सरीर आय; और जौन आत्मा से जन्मो आय, बो आत्मा आय।
जब आदम एक सौ तीस साल कौ भओ, तब ऊके द्वारा ओई जैसो ओई के स्वरूप के अनसार एक मोंड़ा पैदा भओ। ऊने ऊकौ नाओं शेत रखो।
यहोवा परमेसुर ने पृथ्वी पै नजर करी तौ का हेरो कि बा बिगड़ी भई आय; कायसे सबरे प्राणियों ने पृथ्वी पै अपनो अपनो चालचलन बिगाड़ लओ हतो।
यहोवा परमेसुर ने हेरो कि मान्सन की बुराई पृथ्वी पै बढ़ गई आय, और उनके मन के बिचार में जो कछु पैदा होत आय ऊ लगातार बुरोई होत आय।
बे न तो खून से, और न सरीर की मनसा से, और न ही मान्स की मनसा से, पर परमेसुर की मनसा से पैदा भय आंय।
अचरज नईं करियो, कि मैंने तोसे कई; जरूरी आय कि तें नओ जन्म ले।
कायसे मैं जानत आंव, कि मोय में जाने के मोरी देयां में कोनऊं साजी बस्त बास नईं करत, मैं चाहत तो आंव, पर भले काम मोसे नईं बन पड़त।
हमाए पिरभु यीशु मसीह के द्वारा परमेसुर कौ धन्नबाद होबै: ई लाने मैं आपनी बुद्धि समज से तो परमेसुर की नैम व्यवस्था कौ, पर देयां से पाप अधर्म की नेम व्यवस्था कौ पालन करत आंव।
कायसे जब हम संसार के हते, तो पापों की चाहना जौन नेम व्यवस्था से हती, मौत के फल पैदा करबे हां हमाई देयां में काम करत हती।
कायसे जदि तुम अधर्म के अनसार समय बिता हौ, तो मर हौ, जदि आत्मा से देयां के बुरए कामन हां मार हौ, तो जीयत रै हो।
और जौन पिरभु की संगत में रैत आय, बो उनके संग्गै एक जी हो जात आय।
जो कोऊ मसीह से जुड़ गओ आय बो नओ हो गओ: पुरानी बातें चली गईं आंय, अब सबरो नओ दिखात आय।
जौन मसीह यीशु के हो गए, उन ने अपने मन हां ऊ की सबरी इच्छा और अभलाखा संग्गै क्रूस पै चढ़ा दओ।
पेंला हम सोई अपने मन की मरजी पै चलबेवारे हते, और मन की मरजी पूरी करत हते, हमाए काज नास होबे वारन जैसे हते।
पिरभू ने ऊंसई तुमाई बुरई अभलाखा निकाल दई, जैसे खतना होबे पै सरीर को भाग कट के न्यारो हो जात आय।
जौन परमेसुर हां मानत आंय बो पाप नईं करत; कायसे परमेसुर की आत्मा ऊ में बनी रैत आय: और बो जनो पाप नईं कर सकत, कायसे बो सांचे मन से उन हां मानत आय।