29 दूल्हा ओई आय, जीकी दुल्हन आय, पर दूल्हे कौ संग्गी जौन ठांड़ो भओ ऊ की सुनत आय, दूल्हा कौ ऐरो सुनके मन में खुस होत आय; और ऐई तरहां मोरी खुसी पूरी भई आय।
यीशु ने उन से कई; जब लौ दूल्हा बरातियन के संग्गै आय, तो का बे दुख मना सकत आंय? पर बे दिन भी आ हैं, जब दूल्हा उन से न्यारो करो जै है, ऊ बेरा बे उपास कर हैं।
मोय तुम हां और बिलात बातें लिखबे हां आंय, परन्त कागज और सियाही से नईं लिखो चाहत; मोरी मन्सा आय, कि तुम लौ आओं और आमूं सामूं बतकाओ करों, जीसे मोरो और तुमाओ मन भरै।