19 और दोष कौ कारण जौ आय कि ज्योत जगत में आ चुकी आय, और मान्सन ने ज्योत हां अन्धयारे से बढ़के प्यारो जानो, कायसे उन के काज बुरय हते।
और बो चाकर जौन अपने मालक की मनसा जानत हतो, पर तईयार न रओ और न ऊ की मनसा के अनसार चलो बिलात मार खा है।
धरम पण्डत जौन लोभी हते, यीशु की सबरी बातें सुन के ताने मार के ऊ की हंसी करन लगे।
ऊ में जीवन हतो, और बो जीवन मान्सन की ज्योत हती।
और ज्योत अन्धयारे में चमकत आय; पर अन्धयारे ने ऊहां नईं अपनाओ।
अब ई जगत कौ न्याव होत आय, अब ई जगत कौ हाकिम काड़ दओ जै है।
कायसे उन हां परमेसुर की खुसी से मान्सन की खुसी बिलात प्यारी लगत हती।
मैं ज्योत आंव, और जगत में आओ हों कि जो कोऊ मोय में भरोसाधरै, बो अन्धयारे में न रए।
तुम कैसे भरोसा कर सकत आव, जब कि तुम खुद एक दूसरे से मान चाहत आव, और जौन मान अद्वैत परमेसुर की कोद से आय, ऊहां पाबो नईं चाहत?
जदि कोऊ मान्स ऊ की मनसा पूरी करबे हां तईयार आय, तो बो ई सीख सें जान जै है, कि जे परमेसुर की कोद से आय, या मैं अपनी कोद से कैत आंव।
जगत तुम से बैर नईं कर सकत, परन्त मोसे करत आय, कायसे मैं ई बात की सीख देत आंव, कि उन के काज बुरय आंय।
यीशु ने फिन लोगन से कई, जगत की ज्योत मैं आंव; जौन मोरे पाछें चल है, बो अन्धयारे में नईं निंग है, परन्त जीवन की ज्योत पा है।
जब लौ मैं आंव, मैं जगत की ज्योत आंव।
बे औरें परमेसुर कौ नैम कानून जानत आंय, कि जौन भांत-भांत के काम करत आंय बे मारे जाबे के जोग आंय, फिन भी बे ऐसे बुरए काम करत आंय, परन्त ऐसे काम करबेवारन से खुस होत आंय।
और जौन बकवादी आंय, और सत्त हां नईं मानत, पर अधर्म हां मानत आंय, उन पे क्रोध और कोप पड़ है।
और जितने जनें सांचे हां नईं मानत, परन्त अधरम की बातन हां चाहत आंय, उन हां दण्ड दै है।
बो उपटा लगबे कौ पथरा और ठोकर खाबे की चट्टान हो गओ आय, कायसे बे तो बचन को न मानके चोट खात आंय और ऐई के लाने बे ठैराए सोई गए हते।
और पेंला तुम जौ जान लेओ, कि अखीर के दिना में ठट्ठा उड़ाबेवारे आ हैं, जौन अपनी अभलाखा के अनसार चल हैं।