जब पिलातुस ने हेरो, कि कछु भी बन नईं पड़त बल्कि हुल्लड़ होत जात आय, तो ऊने पानू लओ और भीड़ के आंगू अपने हाथन हां धोके कई; मैं ई मान्स के खून से बरी आंव; तुमई जानो।
जब महापुरोहितन और सिपाहियन ने ऊहां हेरो, तो चिल्या के कई, कि ऊहां क्रूस पे चढ़ाओ, क्रूस पे: पीलातुस ने उन से कई, तुमईं ऊहां ले जाओ और क्रूस पे चढ़ाओ; कायसे मैं ऊमें कोऊ दोष नईं पात।