20 यीशु ने ऊसे कई, मैंने संसार में खुल के बातें करीं आंय; मैंने सदा प्रार्थनाघरन और मन्दर में जिते सब यहूदी जमा होत हते सीख दई आय, और मैंने लुक के कछु भी नईं कई।
तब यीशु ने भीड़ से कई; का तुम तलवारें और लठियां लए मोय डाकू के समान पकड़बे आए आव? मैं रोजीना मन्दर में बैठ के सन्देसो दओ करत हतो, और तुम ने मोय नईं पकड़ो।
यीशु सबरे गलील में निंगत भओ उन के सभाघरन में सन्देस देत और राज्य कौ सन्देसो सुनाउत, और लोगन की हर एक बीमारियन हां और हर तरहां की कमजोरियन हां दूर करत रहो।
यीशु सब नगरन और गांवन में जाके उन के प्रार्थनाघरन में प्रवचन देत, और राज्य के सन्देस कौ प्रचार करत भओ, और सब भांत की बीमरियन और हर तरह की कमजोरिन हां दूर करत रओ।
तब यीशु ने मन्दर में सीख देत भय जोर देके कई, तुम मोय जानत आव और जौ भी जानत हों, कि मैं किते कौआंव: मैं अपने से नईं आओ परन्त जीने मोय पठैव बो सांचो आय, जीहां तुम नईं चीनत।
इन बातन हां राजा खुद जानत आय, जीके आंगू मैं बिना हिचक के बोल रओ आंव, मोय पूरो भरोसा आय, की इन में से कोई बात नईंयां, जौन उन से छुपी होबै, कायसे जा बात कोऊ कोने में नईं भई।