“हे मोरे मोंड़ा सुलैमान! तें अपने बाप के यहोवा परमेसुर कौ ध्यान रख, और खरे हिया और खुसी सें ऊकी सेवा करत रै; कायसे यहोवा परमेसुर हिया हों जांचत और बिचार में जो कछु पैदा होत आय ऊहों समझत आय। जदि तें ऊकी खोज में रए, तौ ऊ तोहों मिलहै; परन्त तें ऊहों छोड़ दैहै तौ ऊ हमेसा के लाने तोहों छोड़ दैहै।
और यीशु ने उन से कओ; जौन कोई मोरे नाओं से ई मोंड़ा हां अपनात आय, बो मोहां अपनात आय; और जौन कोऊ मोय अपनात आय, बो मोरे पठैबेवारे हां अपनात आय, कायसे तुम में से जौन कोऊ हलके से हलको आय, ओई बड़ो आय।
कायसे जो बातें तेंने मोय दईं, मैंने उन हां कै दओ आय, और उन ने उन बोलन हां मान लओ और सही में जान लओ आय, कि मैं तोसें कड़ो आंव, और उन ने भरोसा करो आय कि तेंने ही मोय पठैव आय।
मैं पिरभू यीशु मसीह हां और उनके मरे भयन में से जी उठबे के जस हां जानो चाहत आंव, और क्रूस पै जौन पीड़ा उन ने सही ऊहां समझन चाहत आंव, और उनके मरबे जैसो मैं सोई हो जाओं।
और पिरभू के जस और मान की बड़ी बातन हां पाके मैंने और सबरी बातन हां छोड़ दओ, पिरभू हां पाके मैंने दूसरी सबरी बातें छोड़ दईं, बे मोरे लाने कूड़ा घांई आंय।
ओई परमेसुर की बलसकती ने सबई कछु जौन जीवन और भक्ती से समबन्ध राखत आय, हम हां ओई की पैचान से दओ आय, जीने हम हां अपनी मईमां और साजे गुनो के अनसार बुलाओ आय।
कायसे हम हां पता आय, कि परमेसुर के बेटा ई धरती पै आ गए आंय, और उन ने हम हां ऐसी सीख दई आय, कि हम उन सांचे जनें को चीनें, और उनईं के संग्गै बने रैबें; बे सांचे परमेसुर आंय और उन में होकें बैकुण्ड वास मिलत आय।