अब से मैं तुम हां गुलाम नईं कै हों, कायसे गुलाम नईं जानत, कि ऊ को मालक का करत आय, परन्त मैंने तुम हां संगी कहो आय, कायसे बे सब बातें जौन मैंने अपने बाप से सुनी आंय, तुम हां बता दईं आंय।
पर जब बो यानि सत्य कौ आत्मा आ है, तो बो तुम हां सब सत्य की गैल बता है, कायसे बो अपनी कोद से कछु नईं कै है, पर जो कछु सुन है, ओई कह है, और आबेवाली बातन हां तुमें बता है।
और ऊ ने दुख पीड़ा झेलबे के पाछें बिलात पक्के सबूतों से उन हां अपने आप हां जीयत दिखाओ, और चालीस दिना लौ उन हां दिखाई देत रओ: और परमेसुर के राज की बातें करत रओ।