एक और कनौत सुनो: एक मालक हतो, जीने दाख की बगिया लगाई; और ऊके चारऊं कोद बारी लगाई; ऊने ऊके भीतरै एक रसकुण्ड बनाओ; और एक मचान बनाओ; और ऊहां मजूरन हां ठेका पे दैके अन्त गांव चलो गओ।
फिन यीशु कनौत में उन से बातें करन लगो: कि कोऊ मान्स ने दाख की बारी लगाई, और ऊके चारऊं कोद बाड़ौ बांधो, और रस कौ कुण्ड खोदो, और गुम्मट बनाओ; और किसानन हां ऊ को ठेका देके परदेस चलो गओ।
अब मैं तुम हां नई अग्यां लिखत आंव; जौन परमेसुर ने तुम हां मानबे हां कहो आय; कायसे तुमाए हिये को अंधियारो मिटत जात आय, और सच्ची ज्योत अब तुम में चमकन लगी आय।