धन्न आंय बे चाकर, जिन हां उन कौ मालक आके जागत पाबे; मैं तुम से सांसी कैत आंव, कि बो कमर बान्ध के उन हां भोजन कराबे हां बैठा है, और ऐंगर आन के उन की सेवा कर है।
कायसे बड़ो को आय; बो जौन भोजन करबे बिराजो आय या बो जौन भोजन परोसबे की सेवा करत आय? का बो नईं जौन भोजन करबे बिराजो आय? पर मैं तुमाए मजारें चाकर घांई आंव।