30 तब टुकड़ा लेबे के बाद बो तुरतईं बायरै चलो गओ, और रात की बेरा हती।
जब मैं मन्दर में हर दिना तुमाए संग्गै हतो, तो तुम ने मो पे हाथ न डालो; पर जा तुमाई बेरा आय, और अंधयारे को अधकार आय।
तब ऊ ने रोटी को टुकड़ा डुबो के शमौन इस्करियोती के पूत यहूदा हां दओ।
उन के गोड़े हत्या करबे हां फुरतीले आंय।