इन बातन के पाछें अरमतियाह के युसुफ ने, जो यहूदियन से डरात हतो, यीशु कौ छिपो चेलो हतो, पीलातुस से बिनती करी, कि ऊहां यीशु की लाश हां ले जाबे की मंजूरी मिले, और पीलातुस ने मंजूरी दे दई, तब बो यीशु की लाश हां ले गओ।
ऊ ने रात में यीशु के ऐंगर आके कई, हे गुरू, हम जानत आंय, कि तें परमेसुर की कोद से आओ भओ गुरू आय; कायसे इन चिन्ह हां जौन तें दिखात आय, कोऊ नईं दरसा सकत, जब लौ परमेसुर ऊके संग्गै नईं होबै।
ऊके मताई बाप ने ऐसी ई लाने कई, कायसे बे यहूदियन से डरात हते; कायसे यहूदी पेंलई एक जुट हो चुके हते, कि अगर कोऊ ऊहां मसीह मान है, तो प्रार्थना घर से काड़ दओ जै है।