39 ई काजें बे भरोसा नईं कर पाए, कायसे यशायाह ने फिन भी कई।
पर जदि मैं उन हां करत आंव, तो चाए तुम मोरो भरोसा नईं करो, पर उन कामन कौ तो भरोसा करो, कि तुम जानो और समझो, कि बाप मोय में आय, और मैं बाप में आंव।
जीसे यशायाह आगमवक्ता कौ बो बचन पूरो होबै, जो ऊ ने कई हे प्रभु, कीने हमाए बताए पे भरोसा करो आय? और प्रभु कौ तेज कीपे दिखानो आय?
कि ऊ ने उन की आंखन हां अन्धरो, और उन कौ मन कड़ो कर दओ आय; कहूं ऐसो न होबै, कि बे आंखन से हेरें, और मन से जानें, और मन फिराएं, और मैं उन हां साजो करों।
तुम कैसे भरोसा कर सकत आव, जब कि तुम खुद एक दूसरे से मान चाहत आव, और जौन मान अद्वैत परमेसुर की कोद से आय, ऊहां पाबो नईं चाहत?
मोरे ऐंगर कोऊ नईं आ सकत, जब लौ बाप जीने मोय पठैव आय, ऊहां अपने ऐंगर खेंच न ले; और मैं अखिरी दिना ऊहां फिन जिला दें हों।
उन की आंखें व्यभिचार से भरी आंय, बे अधरम करे बिना रै नईं सकत, बे चंचल मन वारन हां फुसला लेत आंय; उनके हिये लालच करबे की लत में पड़े आंय, बे सन्ताप के लरका बच्चा आंय।