5 यीशु तो मरथा और ऊ की बहिन मरियम और लाजर से प्रेम धरत हतो।
फिन जब बे चले जात हते, तो बो एक गांव में गओ, और मारथा नाओं एक बईयर ने यीशु हां अपने घर में ठैराओ।
पर मारथा सेवा करत करत घबरा गई और यीशु के ऐंगर आके बोली; हे पिरभु, का तोय कछु परवाह नईंयां कि मोरी बहन ने मोहां सेवा करबे हां अकेलो छोड़ दओ आय? ऊसे कै, कि मोरी मदद करे।
पिरभु ने उए उत्तर दओ, मारथा, हे मारथा; तें बिलात बातन के लाने चिन्ता सोस करत आय और घबरात आय।
मरियम और ऊ की बहिन मरथा के गांव बैतनिय्याह कौ लाजर नाओं कौ एक मान्स बीमार हतो।
ई लान ऊकी बहिनों ने ऊहां खबर पठैई, कि हे प्रभु, जीसे तें प्रेम धरत आय, बो बीमार आय।
तब यहूदी कहन लगे, तको, बो ऊसे कितेक प्रेम करत हतो।
जब ऊ ने सुनी, कि बो बीमार आय, तो जी जांगह पे बो हतो, उते दो दिना और रुक गओ।
चेलन ने ऊसे कई, हे गुरू, अबै तो यहूदी तोय पत्थरवाह करबो चाहत हते, और का तें फिन उतईं जात आय?
कायसे बाप खुद तुम से प्रेम करत आय, ई लाने कि तुम ने मोय से प्रेम करो आय, और जे भरोसा करो आय, कि मैं बाप में से कड़ के आओ आंव।
और मैंने तोरो नाओं इन हां बताओ और बतात रै हों की जो प्रेम तेंने मोय से करो, बो प्रेम उन में रैबे और मैं उन में रहों।