31 तब जौन यहूदी ऊके संग्गै घर में हते, और ऊहां सान्ति दे रय हते, जब उन ने मरियम हां तुरतईं उठके बायरै जात तको, तो जा समझ के कि बो कबर पे रोबे हां जा रई आय, बे ऊके पाछें हो लए।
ऊके सबरे मोंड़ा-मोंड़ियों ने ऊहों सान्ति दैबे की कोसिस करी; परन्त ऊहों सान्ति नें मिली; और ऊ जौई कैत रओ, “मैं तौ बिलाप करत भओ अपने मोंड़ा के लिगां अधोलोक में उतर जैहों।” ई तरहां सें ऊकौ बाप ऊके लाने रोतई रओ।
और बिलात यहूदी मरथा और मरियम के ऐंगर ऊके भईया मरे पे में सान्ति देबे आए हते।
जब यीशु ने ऊहां और ऊके संग्गै आए यहूदियन हां भी रोत हेरो, तो बो आत्मा में बिलात बेचैन और दुखी भओ, और कई तुम ने ऊहां किते धरो आय?
आत्मिक जन सबई कछु परखत आय, परन्त बो खुद कोई और मान्स से परखो नईं जात।