28 जौ कहके बा चली गई, और अपनी बहिन मरियम हां टेर के चुपके से कई, गुरू इतईं आय, और तोय बुलात है।
ऊने कई, नगर में फलाने जन के ऐंगर जाके ऊसे कईयो, गुरू कैत आय, मोरी बेरा ऐंगर आय, मैं अपने चेलन के संग्गै तोरे इते फसह कौ त्योहार मना हों।
तो यीशु ने रुक के कओ, कि ऊहां बुलाओ; और लोगन ने ऊ अन्धरा हां बुला के ऊसे कओ, धीरज धर, उठ, ऊ तोहां बुलात आय।
और ऊ जौन घर में जाबै, ऊ घर के मालिक से कईयो, गुरू कैत आय, कि मोरो पाहुंनौ कौ घर कौन सौ आय जीमें मैं अपने चेलन के संग्गै फसह खाओं?
और ऊ घर के मालक से कईयो, कि गुरु तोसे कैत आय; कि बो पाहुनशाला किते आय जीमें मैं अपने चेलन के संग्गै फसह खाओं?
ऊ ने पेंला अपने सगे भईया शमौन से मिलके ऊसे कई, हम हां मसीह मिल गओ आय।
फिलिप्पुस ने नतनएल हां पाके ऊसे कई, जीके बारे में मूसा ने रीतियन में और अगमवकतन ने सोऊ लिखो आय, बो हम हां मिल गओ आय; बौ यूसुफ कौ पूत यीशु नासरी आय।
रखवालो उन के लाने दोरो खोल देत आय, और गाड़रें ऊ को एैरो चीनत आंय, और बो अपनी गाड़रन कौ नाओं ले लेके टेरत आय और उन हां बायरें ले जात आय।
मरथा ने जब सुनी कि यीशु आ रओ आय तो बा ऊसे मिलबे गई, परन्त मरियम घर में बैठी रई।
जब ऊ ने जा सुनी तो बा झट्टई उठी और ऊसे मिलबे आई।
(यीशु जब लौ गांव में नईं पहुंचो हतो, परन्त ओई जांगह में हतो, जिते मरथा ऊसे मिली हती)।
तुम मोय गुरू और प्रभु कहत आव, तुम सही कहत आव, कायसे मैं ओई आंव।
यीशु ने ऊसे कई, मरियम! ऊ ने घूम के इब्रानी में कई, रब्बूनी याने हे गुरू।
ई लाने ऊ चेले ने जीसे यीशु प्रेम करत हतो पतरस से कई, जौ तो प्रभु आय: जब पतरस ने सुनी कि जौ प्रभु आय, तो ऊ ने अपनो चोगा पहन लओ, कायसे बो नंगो हतो, और झील में कूद पड़ो।
सो एक दूजे हां उसकाओ, और एक दूजे हां बिसवास में पक्को करो, और तुम ऐसई करत सोई आव।
सो अब अपने हाथन हां मजबूत और अपने घुटने के बल ठांड़े होओ।