ओई बेरा यीशु पवितर आत्मा में होकें खुसी से भर गओ, और कैन लगो; हे बाप, सरग और संसार के पिरभु, मैं तोरो धन्नवाद करत आंव, कि तेंने जे बातें बुद्धिमानों और समजवारन से लुका रखीं, और बच्चन पे उजागर करी आंय, हओ, हे बाप, कायसे तोहां जौई साजो लगो।
मोरे बाप ने मोय सब कछु दे दओ आय और कोऊ नईं जानत पूत को आय पर बाप जानत आय और बाप को आय कोऊ नई जानत, बस पूत जानत आय, और बो जीपे पूत ऊहां पांछू उजागर करो चाए।
तुम ने तो ऊहां नईं चीनो, परन्त मैं ऊहां चीनत आंव; अगर मैं कहों कि मैं ऊहां नईं चीनत, तो मैं तुमाए घांई झूठो ठहर हों: परन्त मैं ऊहां चीनत और ऊके बचन को मानत आंव।
ई लाने कि मसीह ने सोई, जाने कि अधरमी जन के लाने धरमी ने पापन के काजें एक बेर पीड़ा भोगी, जीसे हम हां परमेसुर के ऐंगर पोंचाबें: बो देयां के लेखे से मार डालो गओ, पर आत्मा के लेखे से जिलाओ गओ।