यूहन्ना ने ऊके बारे में गवाही दई, और जोर से कई, जौ ओई आय, जीके बारे में मैंने कई, बो जौन मोरे पाछें आबेवालो आय, मोय से आंगू रै है, कायसे बो मोय से पेंला हतो।
पिरभु अपने कौल के विषय में अबेर नईं करत, जैसो कि कितेक जनें समजत आंय; बो नईं चाहत कि कौनऊं मान्स नास होबे; परन्त जौ कि सबई हां हिया बदलबे कौ मौका मिले।