सो जब लौ पिरभु न आबै, बेरा से पेंला कोऊ बात कौ न्याय न करो: ओई तो अंधयारे की लुकी बातें उजारे में दिखा है, और हियों के सोचों हां उजागर कर है, तब परमेसुर कुदाऊं से सबरन की बड़वाई हुईये।
हे भईया हरौ, एक दूजे पे दोस न मढ़ो, जौन अपने भाईया की बदनामी करत आय, ऊ भाई पे दोष मढ़त आय, बो कानून धरम पे दोस लगात आय; और जदि तें कानून धरम पे दोस लगात आय, तो तें कानून धरम पे चलबेवारो नईंयां, पर ऊ पे हाकम ठैरो।