“हे मोरे मोंड़ा सुलैमान! तें अपने बाप के यहोवा परमेसुर कौ ध्यान रख, और खरे हिया और खुसी सें ऊकी सेवा करत रै; कायसे यहोवा परमेसुर हिया हों जांचत और बिचार में जो कछु पैदा होत आय ऊहों समझत आय। जदि तें ऊकी खोज में रए, तौ ऊ तोहों मिलहै; परन्त तें ऊहों छोड़ दैहै तौ ऊ हमेसा के लाने तोहों छोड़ दैहै।
जब पिलातुस ने हेरो, कि कछु भी बन नईं पड़त बल्कि हुल्लड़ होत जात आय, तो ऊने पानू लओ और भीड़ के आंगू अपने हाथन हां धोके कई; मैं ई मान्स के खून से बरी आंव; तुमई जानो।
और ओई पानू की कनौत सोई, जाने कि बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठबे से, अब तुम हां बचात आय; (ऊसे देयां कौ मैल हटाबे को मतलब नईंयां, पर सुद्ध विवेक से परमेसुर के बस में हो जाबे कौ मतलब आय)।