दूसरन को बुरओ चाहबो, नसा करबो, नांच, राई, और ऐसई बुरय काम, इनके लाने मैं पेंला से कैत आंव, जैसो पेंला सोई कहो हतो, कि ऐसे काम करबेवारे ईसुर के राज में हक्कदार नईं हुईयें।
कायसे हम पेंला, मूरख और परमेसुर की अग्या न मानबेवाले, और दुबधा में हते, और भांत भांत की चाहना करत हते, और मजा मौज चाहत हते और अदावट धरें हते, और दूसरन को बुरओ सोचत हते, और बहुत घिना हते और दूसरन से बैर मानें हते।