हम जानत आंय, कि जौन जनें परमेसुर से प्रेम राखत आंय, उन के लाने सबरी बातें भलाई हां उत्पन्न करत आंय, जाने के उनईं के लाने जौन ऊ की मन्सा अनसार टेरे गए आंय।
ई लाने जब इतने सबरे जनों की गवाह हम जानत आंय, तो अब सबरी रोकबेवारी बस्तन और उलझाबेवारे पाप और बुरई बातन हां छोड़ के, जैसी दौड़ हम हां दौड़ने आय ऊहां संभल के दौड़ें।