23 जौन कोऊ बचन कौ सुनबेवारो होबै, और ऊके अनसार चलबेवारो न होबै, बो तो ऊ मान्स घांई आय, जौन अपनो निज कौ मों ऐना में तकत आय।
जौन कोई मोरे लौ आत आय, और मोरी बातें सुन के उन हां मानत आय, मैं तुम हां बतात आंव बो की के समान आय?
शास्त्री और फरीसी यीशु पे लांछन लगाबे कौ मौका पाबे की ताक में हते, कि तकें कि बो सब्त के दिना साजो करत आय कि नईं?
अब हम हां ऐना में धुंधलो सौ दिखाई देत आय; परन्त ऊ बेरा आमूं सामूं हेर हैं, अबै तो मोरो ज्ञान अधूरो आय, परन्त ऊ बेरा भली भांत चीन्ह हों, जैसो मैं चीनो गओ आंव।
ऐना में बो अपने आप हां तक के चलो जात, और तुरतईं बिसर जात आय कि मैं कैसो हतो।