का तुम हां पता नईंयां, कि जौन न्याव बिलोरत आंय बे परमेसुर के राज में न जा पा हैं? ई धोखे में न रईयो, न बेश्या से संगतवारे, न मूर्ती पूजा करबेवारे, न दूसरे की तिरिया से संगत करबेवारे, न लुच्चे, न लुगुवा लुगुवा से संगत करबेवारे।
हे मोरे प्यारे भईया हरौ, सुनो; का परमेसुर ने ई संसार के गरीबन हां नईं नबेरो, कि बे बिसवास में धनी और ऊ राज के हाकम होबें, जी कौ कौल उन ने अपने प्रेम करबे वारन से करो आय?
हे भईया हरौ, एक दूजे पे दोस न मढ़ो, जौन अपने भाईया की बदनामी करत आय, ऊ भाई पे दोष मढ़त आय, बो कानून धरम पे दोस लगात आय; और जदि तें कानून धरम पे दोस लगात आय, तो तें कानून धरम पे चलबेवारो नईंयां, पर ऊ पे हाकम ठैरो।
हे मोरे भईया हरौ, सब से साजी बात जा आय कि कौल न करियो; न सरग की, न संसार की, न कोऊ और बस्त की, पर तुमाई बात चीत हां की हां, और नईं की नईं होबै, जीसे तुम हां दण्ड न मिले।