कायसे इन लोगन कौ मन कठोर हो गओ आय, और बे अपने कानों से ऊं चो सुनत आंय और उन ने अपनी आंखन हां मूंद लओ आय; कहूं ऐसो न होए कि बे अपनी आंखन से हेरें, और कान से सुनबें और मन से समझें, और फिर जाबें, और मैं उन हां साजो कर हों।
ऊ ने अपनी सबरी चिठियन में सोई इन बातन कौ बयान करो आय उन में कछु बातें ऐसी आंय, जिन कौ समजबौ कठन आय, मूरख और चंचल मान्स उन के मतलब को पवित्तर पोथी की और बातन की भांत ऐंचतान के अपने ई नास कौ काज बनात आंय।
कायसे इन लोगन कौ मन मोंटो हो गओ आय, बे अपने कान से ऊंचो सुनन लगे आंय, और उन ने अपनी आंखन हां मूंद लओ आय, कहूं ऐसो न होबै की बे आंखन से हेरें, और अपने कान से सुनें, और अपने मन से समझें और फिरें, और मैं उनहां साजो करों।