फिन उतै सें आगूं बढ़कें ऊ बेतेल के पूरब कुदाऊं पहड़वावारी जागां में आओ, और अपनो तम्बू ऊ जागां में ठांड़ो करो जीके पच्छिम की कोद तौ बेतेल और पूरब की कोद ऐ नगर आय। उतै भी ऊने यहोवा परमेसुर के लाने एक बेदी बनाई और यहोवा परमेसुर सें बिन्तवाई करी।
ईके बाद अब्राम अपनो तम्बू उखाड़कें, मम्रे नाओं जागां में तारपीन के पेड़ों के मजारें जो हेब्रोन में हते, जाकें रैन लगो; और उतै भी यहोवा परमेसुर की एक बेदी बनाई।”
मैं तोए हों, और तोरे बाद तोरे बंस हों भी, जौ पूरो कनान देस जीमें तें परदेसी होकें रैत आय, ई तरहां सें दैहों कि बा जुग-जुग लौ उनकी निज भूमि रैहै, और मैं उनकौ यहोवा परमेसुर रैहों।”
“मैं तुमाए मजारें पाहुन और परदेसी आंव; मोहों अपने मजारें कब्रिस्तान के लाने एैसी जमीन मोल दै देओ जो मोरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मुरदे हों गाड़कें अपनी आंख की ओट में करों।”
लाबान याकूब के लिगां पोंच गओ। याकूब अपनो तम्बू गिलाद नाओं पहाड़ीवारे देस में ठांड़ो करें हतो; और लाबान ने भी अपने भईयों के संगै अपनो तम्बू ओई पहाड़ी देस में ठांड़ो करो।
याकूब ने फिरौन सें कई, “मैं एक सौ तीस साल परदेसी होकें अपने जीवन बिता चुको आंव; मोरे जीवन के दिना थोड़े और दुख सें भरे भए सोई हते, और मोरे बाप-दादा परदेसी होकें जितेक दिना लौ जियत रए उतेक दिना कौ मैं अबै नईं भओ।”