फिन यीशु ने उन से कओ, जे मोरी बे बातें आंय, जौन मैं ने तुमाए संग्गै रैत भए तुम से कईं हतीं, कि जरूरी आय, कि जितेक बातें मूसा की नैम व्यवस्था और आगमवकतन और भजनों की पोथी में, मोरे लाने लिखी आंय, सबरी पूरी होबें।
पर जब बो यानि सत्य कौ आत्मा आ है, तो बो तुम हां सब सत्य की गैल बता है, कायसे बो अपनी कोद से कछु नईं कै है, पर जो कछु सुन है, ओई कह है, और आबेवाली बातन हां तुमें बता है।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।
संभल के रहो, और जे बातें कहबेवारे की सुनो, जब मान्सन ने कैबेवारे की बात न मानी जौन सिय्योन पहरवा से बोलत हतो, तो का तुम उन की बात जौन सरग से बोलत आय बच पाहौ।
तो हम ऐसे अच्छे तरन तारन के रस्ता हां जानके कैसे बचे जात आंय? पिरभू ने पेंला ईहां हमें बताओ, और जिन ने जो बचन सुनो और मानो ईसे हमें पक्को हो गओ कि जौ सांचो आय।
कायसे जब मूसा ने नैम की सबरी बातन हां सबरे मान्सन हां सुना दईं, तो उन ने बकरन और बछड़न को रकत लैके, पानू और लाल ऊ न, और जूफा की झाडू से सबरे मान्सन पै छिटक दओ।