18 पानूं बढ़त-बढ़त पृथ्वी पै मुतकौ बढ़ गओ और जहाज पानूं के ऊपर-ऊपर तैरत रओ।
तब पृथ्वी पै चालीस दिना लौ जल-प्रलय होत रओ; और पानूं बेजा बढ़तई गओ, जीसें जहाज ऊपर उठन लगो; और ऊ पृथ्वी पै सें ऊंचो उठ गओ।
पानूं पृथ्वी पै बेजा बढ़ गओ, इतै लौ कि पूरी धरती पै जितेक बड़े पहड़वा हते, सबरे डूब गए।